बागेश्वर। कलेक्टे्रट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय पुनरीक्षण (डीएलआरसी) सह जिला सलाहकार एवं समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने संचालित योजनाओं की त्रैमासिक प्रगति की समीक्षा की। ऋ ण जमा अनुपात की धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी ने बंैकर्स को विभागीय अधिकारियों के साथ सामंजस्य बनाकर ऋ ण जमा अनुपात को बढ़ाने के निर्देश दिये। जिन बैंकों द्वारा निर्धारित लक्ष्य से कम प्रगति दी है वे अगले त्रैमास में शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल करना सुनिश्चित करें तथा धीमी प्रगति वाले बैंकर्स को ऋ ण जमा अनुपात में तेजी लाने के निर्देश दिये। ताकि पात्र लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा सकें।
जिलाधिकारी ने कृषि विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि विभागों को विभिन्न क्षेत्रों में लक्ष्य बनाकर बैंकों के साथ सामंजस्य स्थापित करें। जिसमें इस बात पर विशेष ध्यान दिया जाय कि सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ कृषकों को आसानी से मिल सके। कृषि मियादी ऋण की समीक्षा करते हुए शत-प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करने के लिए सभी बैंकों को विशेष प्रयास किये जाने पर जोर देते हुए इस क्षेत्र में उपलब्धि बढ़ाने हेतु चालू वित्तीय वर्ष के लिए कार्ययोजना तैयार करने को कहा। जिलाधिकारी ने ऋ ण जमा अनुपात बढ़ाने हेतु विभागों और बैंकों के बीच अधिक से अधिक तालमेल स्थापित करने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी बैंकर्स को वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए पशुपालन, कृषि, उद्यान एवं उद्योग आदि के लिए आवेदकों को औपचारिकताएं पूर्ण कर ऋ ण मुहैया कराने तथा निरन्तर ग्रामीण क्षेत्रो में शिविर लगाकर अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित करने के निर्देश दिये। ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में निरन्तर जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी धरातली स्तर तक पहुंच सकें।
इस मौके पर बैठक में मुख्य विकास अधिकारी एसएसएस पांगती, अग्रणी बंैक अधिकारी एमएस पांगती, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ उदय शंकर, जिला पूर्ति अधिकारी अरूण कुमार वर्मा, जिला उद्यान अधिकारी तेजपाल सिंह, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, महाप्रबन्धक उद्योग विमल चन्द्र चौधरी, समाज कल्याण अधिकारी एनएस गस्याल, जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति चन्द्र आर्या सहित बैंक शाखा प्रबन्धक तथा विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
