कालाढूंगी। इंदौर में नेशनल स्तर पर आयोजित होने वाले अंडर 19 क्रिकेट टूर्नामेंट में प्रतिभाग कर दिल्ली को हराकर उत्तराखंड को विजय दिलाने और आंध्र प्रदेश को जोरदार टक्कर देने के बाद अपने क्षेत्र कोटाबाग का नाम रोशन करते हुए दोनों छात्राएं वापस लौट आयी हैं। कोटाबाग के ग्रामीण क्षेत्रों में खेल प्रशिक्षण की कोई उचित व्यवस्था न होने पर भी अपनी काबिलियत के बलबूते कोटाबाग राजकीय बालिका इंटर कालेज कक्षा 10 में पढऩे वाली चेतना पांडे व कक्षा 12 की हर्षिका गिनती का अंडर 19 नेशनल क्रिकेट में चयन हुआ था। 23 से 30 दिसम्बर तक इंदौर में आयोजित हुए इस नेशनल स्तरीय क्रिकेट टूर्नामेंट में इन दोनों छात्राओं ने उत्तराखंड की टीम के साथ खेलते हुए अच्छा प्रदर्शन किया जिसके बलबूते दिल्ली के साथ खेले गए मैच में उत्तराखंड की टीम ने दिल्ली को 7 विकेट से पराजित कर दिया। तथा दूसरी पारी में आंध्र प्रदेश को तगड़ी टक्कर दी तथा यह मैच ड्रा हो गया। कोटाबाग की इन दोनों छात्राओं ने अंडर 19 नेशनल क्रिकेट टूर्नामेंट के मैदान तक पहुंचकर अपने माता-पिता सहित कोटाबाग क्षेत्र व अपने कॉलेज का नाम रोशन किया है। इसको छात्राओं के जज्बे के साथ ही कालेज आईटीआई सीमा कबड़वाल की मेहनत को भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दोनों छात्राओं की इस उपलब्धि पर इस खंड शिक्षा अधिकारी भास्करानन्द पांडे. उप शिक्षा अधिकारी अमित चंद्र सहित कालेज प्रधानाचार्या रेखा पंत, बीआरसी समन्वयक अनुराग पलडिय़ा, जिला पंचायत सदस्य महेंद्र चौधरी, कालाढूंगी कोच राजेंद्र सिंह नेगी, पीटीआई सीमा कबड़वाल, प्रधान नवीन छिमवाल, पूर्व नामित सभासद जाहिद हबीबी, भाजपा नेता अंशु पांडे. देवेंद्र ढोंडियाल, मिंटू चौकड़ायत, दीप चंद्र बुधलाकोटी सहित शिक्षिका अनुराधा पांडे. पूजा देवरानी, प्रेम लता तिवारी, आरती , शकुंतला वर्मा आदि सभी शिक्षिकाओं ने छात्राओं को बधाई दी है।
गरीब परिवार से है चेतना
कोटाबाग। चेतना पांडे खेल प्रतिभाओं में होनहार होने के साथ ही एक सामान्य परिवार से है। पांडेगांव निवासी दीप चंद्र पांडे की पुत्री चेतना पांडे नेशनल स्तरीय फुटबॉल खिलाड़ी भी है। तथा नेशनल स्तर पर उसका फुटबॉल में फिर से चयन हुआ है तथा वह अपनी टीम की कैप्टन भी है। अब नेशनल क्रिकेट में प्रतिभाग कर चेतना के खाते में एक उपलब्धि और जुड़ गई है।
हर्षिका के बहनों की भी खेल में है रुचि
कोटाबाग। हर्षिका गिनती कोटाबाग के गिनतीगांव निवासी भानु प्रताप सिंह गिनती की पुत्री हैं। हर्षिका की दो बहनें प्रियंका व मोनिका भी नेशनल स्तर पर होने वाले खेलों में प्रतिभाग कर चुकी हैं। प्रियंका का अब यूनिवर्सिटी के लिए चयन हुआ है। भानु प्रताप जिनका कोई पुत्र नही है उनकी यह तीन पुत्रियां हैं जो किसी पुत्र से कम नही है। वह अपनी पुत्रियों को पढ़ाई के साथ ही प्रतिभाओं में भी आगे बढ़ाकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश भी दे रहे हैं।